Monday, March 30, 2020

क्या ब्रा से जुड़ें इन 5 Myths पर आप तो नहीं कर रहीं यकीन? March 29, 2020 at 10:09PM

खुद को स्टाइलिश दिखाने के लिए हम क्या कुछ नहीं करते। बात चाहे पार्लर जाने की हो या फिर किसी ऑउटफिट का चुनाव करने की, हम उसमें अपने घंटों-घंटों खराब करने से भी नहीं कतराते। लेकिन बात जब ब्रा () के चुनाव की आती है तो हम वही पुरानी दकियानूसी विचारधाराओं में फंसकर रह जाते हैं। जिस तरह बच्चे के गर्भ में होने पर कई तरह के सलाह-मशविरा और मिथकों को जगह दी जाती है, ठीक उसी तरह ब्रा के बारे में मिथक किसी भी तरह से भिन्न नहीं हैं। हम में से बहुत सी महिलाएं अभी भी उन बातों पर विश्वास करती हैं, जिन्हें आज के समय में थोड़ा अटपटा माना जाता है। ऐसे में चाहे उन्हें अपनी मां से, अपने सबसे अच्छे दोस्त से, या फिर एक ब्रा विक्रेता से सुना हो, कि ब्रा को ऐसे नहीं वैसे पहनना चाहिए। , लेकिन इन मिथकों के पीछे की असल सच्चाई क्या है? इसे कभी कोई जानने की कोशिश नहीं करता। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे ही मिथक और फैक्ट्स के बारे में, जिन्हें जानने के बाद आप अपनी ब्रा के साथ ऐसा दोबारा कभी नहीं करेंगी। मिथ 1 : लाइफटाइम एक ही साइज कई महिलाओं का ऐसा मानना है कि उन्हें ताउम्र एक ही साइज की ब्रा फिट आती है लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। असल में सच्चाई तो यह है कि ज्यादातर महिलाओं को अपना सही साइज पता ही नहीं होता जिसके कारण वे ताउम्र पुराने साइज को ही रिपीट करती रहती हैं। फैक्ट तो ये है कि जैसे-जैसे हमारी बॉडी का वेट बदलता है वैसे ही हमारा ब्रेस्ट साइज भी चेंज होता रहता है। ऐसे में अगर आप थोड़ी से मोती या पतली हो गईं हैं तो यकीनन आपका साइज भी जरूर चेंज हुआ होगा। ऐसे में आज ही अपने साइज की सही ब्रा का चुनाव करें। ( ये भी पढ़ें: ) मिथ 2: लाइट कपड़ों को नहीं दिखती इस बात में कोई दोराय नहीं जब आपने ब्रा पहनना शुरू किया होगा तब आपने सबसे पहले हल्के व ब्राइट रंगों का ही चुनाव किया होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि आपने अपने बड़ों यानी मम्मी-दादी से सुना होगा कि हल्के रंगों में ब्रा ज़्यादा विज़िबल नहीं होती है। लेकिन मोहतरमा ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। केवल और केवल सफ़ेद रंग के कपड़े में इस तरह की ब्रा विजिबल नहीं होती जबकि गहरे रंगों में ऐसा इसके दिखने की क्षमता बहुत हद तक बढ़ जाती है। फैक्ट तो ये है कि आप अपनी टीशर्ट से मिलती -जुलती ब्रा का चयन करें। हम ऐसा भी नहीं कह रहे कि आप हर टीशर्ट के साथ अलग-अलग रंग की ब्रा को पहनें बल्कि आप डार्क रंगों को अपनी वॉर्डरोब में जगह दें। मिथ 3: ब्रा उतारकर नहीं सोना चाहिए आमतौर आप भी ऐसा जरूर करती होंगी, रात को सोने से पहले आप अपनी ब्रा को केवल इस भ्रम से पहनकर सोती होंगी कि कहीं आपको सैगिंग (ढीलापन) की शिकायत न हो जाएं, लेकिन मोहतरमा ऐसा कुछ नहीं है। हम सभी इस बात को अच्छे से जानते हैं कि रात को ब्रा पहनकर सोने में कई तरह की परेशानी होती हैं लेकिन केवल सैगिंग की वजह से इसे पहनकर सोना ठीक नहीं है। आपको बता दें कि सैगिंग या ढीलापन की शिकायत बढ़ती उम्र के साथ सोती है ब्रा के पहनने या नहीं पहनने से नहीं। मिथ 4: फर्स्ट हुक में ही लगाएं ज्यादातर महिलाएं या लड़कियां ब्रा को केवल और केवल फर्स्ट हुक में ही लगाना पसंद करती हैं। वो भी इसलिए क्योंकि उनका मानना है कि इसे आपको एक तो परफेक्ट शेप मिलेगी और साथ ही साथ ये टाइट भी रहेगी। लेकिन आप अभी तक ऐसा कर रही हैं तो आज ही सावधान हो जाएं। सबसे पहले ब्रा को पहले हुक में लगाने का कोई तर्क नहीं है ऐसा करने से बचें आपको ये जिस हुक में फिट आ रही है आप इसे उसमें लगाएं और दूसरा बहुत टाइट ब्रा पहनने से आपको तमाम तरह की परेशानी झेलनी पड़ेगी। हां, ऐसा जरूर है कि लास्ट हुक में ब्रा बंद करने से आपके पास लूज़ होने का ऑप्शन रहता है। ( ये भी पढ़ें:) मिथ 5: अच्छी ब्रा कई सालों तक चलती है इस बात को आज ही गांठ बांध लें कि ब्रा चाहें कितनी भी अच्छी ब्रांड क्यों न हो, लेकिन वो ज्यादा से ज्यादा 6 महीने ही चलेगी। जी हां, ऐसा इसलिए भी क्योंकि ब्रा एक ऐसा कपड़ा है जो डेली ही पहना जाता है और ऐसे में कोई भी ब्रा एक साल से ज्यादा नहीं चल सकती। भले ही आप इसे साल दर साल क्यों न पहन लें, लेकिन फैब्रिक और स्ट्रेप समय के साथ-साथ ढीले होने लगते हैं।

No comments:

Post a Comment