Thursday, April 9, 2020

आपके जूतों में भी हो सकता है कोरोना वायरस, संक्रमण से बचने के लिए अपनाएं ये रास्ता April 08, 2020 at 09:50PM

देशभर में तेजी से अपने पैर पसार रहे कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 5734 हो चुकी है। वहीं गुरुवार सुबह तक कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा 166 पर पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना वायरस का सर्वाधिक हॉटस्पॉट महाराष्ट्र बना हुआ है। जिसे देखते हुए यूपी के 15 जिलों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। COVID-19 या कोरोना वायरस के भारत में आने के बाद से, लोग अपनी सुरक्षा के लिए हर तरह के उपाय कर रहे हैं। चाहें इस संक्रमण को रोकने के लिए मास्क पहनना हो या फिर दिन में चार से पांच बार हाथों को साबुन से धोना। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों से ही नहीं बल्कि आपके जूतों से भी फैल सकता है। जी हां, एक रिसर्च के मुताबिक कोरोना वायरस जूतों पर कम से कम 5 दिन तक जीवित रह सकता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के एक अध्ययन के अनुसार, कोविड-19 (COVID-19) या कोरोना वायरस कार्डबोर्ड बॉक्स पर लगभग 24 घंटे, स्टील व प्लास्टिक की चीजों और कपड़ों पर कोरोना वायरस तीन दिन तक जिंदा रह सकता है। इतना ही नहीं, कई अध्ययनों में इस बात का दावा भी किया गया है कि कोरोना वायरस आपके जूते पर सबसे लंबे समय तक जीवित रहता है। ऐसा इसलिए क्योंकि अधिकांश जूते चमड़े, रबर और प्लास्टिक से बने होते हैं, इसलिए इन पर वायरस और बैक्टीरिया आसानी एक जगह से दूसरी जगह जा सकते हैं। यही नहीं, रिसर्च तो यहां तक भी कहती है कि अनजाने में इस महामारी को फैलाने का यह एक खतरनाक तरीका हो सकता है। खासकर अगर आप भीड़ भरे स्थानों जैसे बाजारों या अस्पतालों में गए हों, तब वायरस और बैक्टीरिया वाहक का काम करते हैं जिसके बाद वायरस को एक शरीर से दूसरे शरीर में प्रवेश करने का मौका मिल जाता है। ( ये भी पढ़ें: ) कोरोना वायरस से बचने के लिए जूतों की साफ-सफाई कैसे करें... इस बात में कोई दोराय नहीं कि कोरोना वायरस से बचने के लिए हमें खुद की साफ-सफाई रखना बेहद जरूरी है। समय-समय पर हाथ धोने से लेकर मास्क पहनने तक, यहां तक कि उन चीजों को भी छूने से बचना चाहिए जो संक्रमण का केंद्र हो सकती हैं। जैसे सब्जियां-फल-फूल, लोहे की ग्रिल आदि। अब सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि जब संपूर्ण लॉकडाउन लगा हुआ है तो जूतों का क्या काम? दरअसल, लॉकडाउन के बाद भी हमें रोजमर्रा की चीजों के लिए घर से बाहर जाना पड़ता रहता है। जिसके कारण वायरस को एक स्थान से दूसरे स्थान बदलने का मौका मिल जाता है। उदाहरण के तौर पर ले लीजिए कि आप घर से बाहर कोई जरूरी सामान लेने के लिए निकले लेकिन आपको क्या पता आपसे दो मिनट पहले उसी रस्ते पर कोई संक्रमित शख्स गुजरा हो। ऐसे में उसके उसके बैक्टीरिया आपके जूतों से चिपककर घर तक आ जाते हैं जिसके कारण बिना किसी ट्रेवल हिस्ट्री और बिना किसी के संक्रमण में आएं हम कोरोना संक्रमित हो जाते हैं। सबसे ज्यादा ध्यान देने वाली बातें... * बाहर से आने के बाद आप अपने जूतों को घर के बाहर ही उतारें। * हो सकता है कि आप जूतों या चप्पलों को रोज ना धोएं, लेकिन कम से कम इन जूतों-चप्पलों को चार से पांच घंटे धूप में जरूर रखें। * जब भी बाहर निकलें जूतों के साथ मोजे पहनना न भूलें, लेकिन हां सबसे ज्यादा ध्यान देने वाली बात इन मोजों को नियमित धोएं। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर किसी कारण इन पर कोरोना वायरस होगा भी तो वो आपकी बॉडी में प्रवेश नहीं कर पाएगा। * जूतों की साफ-सफाई के लिए इन दिनों बेकिंग सोडा का इस्तेमाल जरूर करें ( ये भी पढ़ें: ) * अगर आपके जूतों का लेबल मशीन वॉशेबल है, तो आधे घंटे तक इनको डिटर्जेंट में भिगोकर धो लें। * इन दिनों खुले जूते-चप्पल को पहनना पूरी तरह से अवॉइड करें, कोशिश करें कि बाहर से आते वक्त आप हाथों के साथ-साथ हाथ पैर भी धोएं। * चमड़े के जूते पानी से नहीं धो सकते इसलिए कोशिश करें कि इन्हें साफ कपड़े से अच्छे से पोंछ लें या पॉलिश कर लें, लेकिन ऐसा करते वक्त हाथों में ग्लव्स पहनना न भूलें।

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