Monday, March 22, 2021

फेमिना स्पार्क के पहले एडिशन के साथ Femina ने मनाया महिलाओं के साहस का जश्न March 22, 2021 at 07:09PM

भारत के लीडिंग विमिन्स ब्रैंड 'फेमिना' ने अपने महिला सशक्तिकरण के शानदार 61 साल पुराने इतिहास में एक नया अध्याय शुरू करते हुए महिलाओं के लिए 'फेमिना स्पार्क' नामक पहल की शुरुआत की है। महिलाओं को प्रेरित करने के इरादे से फेमिना स्पार्क ने उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से इस महिला दिवस पर 'मैं भी शक्ति' गान (ऐंथम) रिलीज किया है, जो राज्य की प्रेरणादायक महिलाओं को समर्पित है। लखनऊ में हुए आयोजन में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री दिनेश शर्मा, पूर्व आईपीएस और पुडुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल डॉ. किरण बेदी, जैसे प्रतिष्ठित नेताओं और व्यक्तित्वों ने इस पहल को लेकर अपना समर्थन दिखाया। 'मैं भी शक्ति' विडियो में उन महिलाओं के जोश और हिम्मत को सेलिब्रेट किया गया है, जिन्होंने अपने-अपने कार्यक्षेत्र में अपना नाम बनाया है। गाने में अलग-अलग फील्ड से जुड़ीं सात अजेय महिलाओं को दिखाया गया है। इनमें मिस सागरिका राय - संस्थापक और रचनात्मक निदेशक, Warp 'N Weft; मिस पूजा गर्ग - अध्यक्ष, FICCI FLO ; डॉ. शारदा दुबे - पारंपरिक भोजपुरी गीतों की विजेता; मिस पंखुड़ी गिडवानी - फेमिना मिस ग्रैंड इंडिया 2016, अभिनेता, मॉडल और यूपी खादी राजदूत; शेफ पंकज भदौरिया - भारत की पहली मास्टरशेफ और एक उद्यमी, टीवी होस्ट व लेखक; मिस नीरा रावत - आईपीएस, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन, उत्तर प्रदेश; और मिस प्रशांति सिंह - भारतीय राष्ट्रीय बास्केटबॉल टीम खिलाड़ी, जिन्हें पद्म श्री, अर्जुन अवॉर्ड और रानी लक्ष्मी बाई बहादुरी पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। ये प्रेरक गीत इस बात को दिखाता है कि महिलाएं किस प्रकार शक्ति (पावर) का अवतार हैं। वर्ल्डवाइड मीडिया के सीईओ श्री दीपक लांबा ने इस मौके पर कहा, “एक उद्देश्य को लेकर चलाए गए अभियान के लिए समान विचारधारा वाले सहयोगियों की आवश्यकता होती है और हमें यूपी सरकार के साथ फेमिना स्पार्क के अंतर्निहित विचार को आगे बढ़ाने की खुशी है। इन प्रयासों के माध्यम से, हम उस बदलाव को देखना शुरू कर रहे हैं जिसे हम देखना चाहते हैं। हम सौभाग्यशाली हैं कि हमने महिलाओं के लिए बेहतर और सुरक्षित भविष्य बनाने में भूमिका निभाई है। हम हमेशा कुछ बदलाव लाने की कोशिश करते हैं। हमारा उद्देश्य है कि हम राज्य भर में बड़ी संख्या में महिलाओं तक पहुंचने के लिए प्रेरक कहानियों के सहारे समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाएं। ये ऐंथम और कार्यक्रम उन महिलाओं को सराहने का एक तरीका है, जो सभी प्रतिकूल परिस्थितियों के बीच आगे बढ़ती रहीं और वे निश्चित रूप से दूसरी महिलाओं को भी इसके लिए प्रोत्साहित और सशक्त करेंगीं।” महिला दिवस पर पहल करते हुए सरकार के सहयोग से इस ऐंथम को लॉन्च कर, फेमिना ये मजबूत संदेश देता है कि वे हमेशा महिलाओं के साथ खड़े हैं। पूर्व आईपीएस और पुडुचेरी की पूर्व लेफ्टिनेंट गवर्नर डॉ. किरण बेदी ने इस मौके पर महिला सुरक्षा को लैंगिक मुद्दा बनाने की जगह मानवीय मुद्दा बनाने के विषय पर एक वर्चुअल संबोधन दिया। आईपीएस नीरा रावत (अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन) ने सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘मिशन शक्ति’ अभियान की बात की। इसके बाद प्रशांति सिंह के साथ सशक्तिकरण पर बातचीत, और उत्तर प्रदेश में महिलाओं के लिए एक नई सुबह पर एक पैनल चर्चा की गई; इस पैनल में मिस रेणुका मिश्रा - आईपीएस, अपर पुलिस महानिदेशक यूपी पुलिस भर्ती और पदोन्नति बोर्ड; मिस सागरिका राय, डॉ. लक्ष्मी गौतम, मिस मालिनी अवस्थी, विधायक मिस अदिति सिंह और शेफ पंकज भदौरिया शामिल थीं, जिन्होंने महिलाओं के मुद्दों और उन्हें दूर करने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए जा रहे विभिन्न कदमों के बारे में बात की। इस आयोजन में 22 महिलाओं को सम्मानित किया गया। वहीं, इसका अंत तीन लड़कियों वाले बैंड 'मेरी ज़िन्दगी' के सशक्तिकरण का मेसेज देते गीतों की स्पेशल परफॉर्मेंस के साथ हुआ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा, “फेमिना स्पार्क 'लाइट अप हर स्पिरिट' की एक पहल है। इसके तहत, हम महिलाओं को उनके सम्मान को पहचानने, उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए कई कार्यशालाएं कर रहे हैं। हमारा मानना है कि फेमिना के साथ हाथ मिलाने से मिशन शक्ति अभियान को एक और आयाम मिलेगा। हम सभी जानते हैं कि फेमिना 61 साल से अधिक समय से भारत की महिलाओं को विभिन्न चरणों में सलाह देकर सशक्त बना रही है। इस एसोसिएशन के साथ, हम उत्तर प्रदेश की महिलाओं के लिए उस परंपरा को बनाए रखने के लिए तत्पर हैं।’’ इसी विचार को आगे ले जाते हुए फेमिना स्पार्क ने ग्रामीण फाउंडेशन इंडिया और स्पेशल कमांडो ट्रेनर व वर्ल्ड रेकॉर्ड होल्डर अभिषेक वर्मा के साथ हाथ मिलाया, जिन्होंने 4 मार्च को वाराणसी में कम विशेषाधिकार प्राप्त महिलाओं के लिए स्पेशल वर्कशॉप का आयोजन किया। अगले दिन इसे गोरखपुर में भी रखा गया। वित्तीय साक्षरता और आत्मरक्षा के विषयों पर रखी गईं इन कार्यशालाओं में दोनों ही शहरों की महिलाओं की शानदार भागीदारी देखने को मिली। इन वर्कशॉप का उद्देश्य इन महिलाओं को स्वतंत्र, सुरक्षित और हर तरह से सशक्त बनाने पर केंद्रित था। फेमिना स्पार्क अभियान हर पेशे से आने वाले सफल व्यक्ति की पहचान और उनकी सफलता का जश्न मनाता है। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा और गरिमा के बारे में जागरूकता फैलाना है, जो राज्य सरकार द्वारा संचालित मिशन शक्ति अभियान के साथ काम करता है। #MainBhiShakti के मुख्य उद्देश्य को उत्तर प्रदेश की महिला नेताओं की सोचने पर मजबूर कर देने वाली कहानियों, स्पिरिटिड ऐंथम और बयानों के माध्यम व जागरूकता कार्यशालाओं के साथ आगे बढ़ाया जाएगा। Disclaimer: यह आर्टिकल फेमिना की ओर से टाइम्स इंटरनेट की स्पॉटलाइट टीम द्वारा प्रकाशित किया गया है।

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