Thursday, June 18, 2020

साड़ी या सूट, जब रेखा के स्टाइल को देख कंफ्यूज हो गई जनता, देखिए PHOTOS June 17, 2020 at 08:46PM

हमेशा विवादों से खेलने वाली का यूं तो अलग-अलग उम्र के लोगों पर अनेकानेक कारणों से जादू रहा है। लेकिन एक किरदार उनका ऐसा भी है जिसके हम सभी दीवाने हैं। जब भी हम किसी कांजीवरम साड़ी का जिक्र करते हैं तो हमारे दिमाग में सबसे पहले रेखा जी के अलावा किसी और का नाम नहीं आता। जो हमेशा से ही कांजीवरम सिल्क से लेकर बहुरंगी बनारसी साड़ी में अपनी पर्सनैलिटी को दूसरों से हटकर बनाती आई हैं। ऐसा ही कुछ हमें सोनम कपूर और आनंद आहूजा के वेडिंग रिसेप्शन में भी देखने को मिला, जब उन्होंने 150 साल पुराने फैशन को फिर से लेटेस्ट ट्रेंड का हिस्सा बना दिया। फैशन के साथ एक्सपेरिमेंट करना कोई बुरी बात नहीं है, लेकिन जब बात रेखा की आ जाए तो उनके आगे अच्छे-अच्छे अपने घुटने टेक देते हैं। सोनम कपूर और आनंद आहूजा का वेडिंग रिसेप्शन तो आप सभी को याद ही होगा, जहां अपनी उपस्थिति दर्ज कराने पहुंची रेखा उस समय सभी की नज़रों में छा गईं जब वह वाइट एंड गोल्डन रंग की सितारा कांजीवरम साड़ी में दिखाई दीं। कहने की जरूरत नहीं है कि दिग्गज अभिनेत्री हर बार की तरह अपने ट्रेडिशनल पहनावे में कमाल की लगा रही थीं। रेखा के ओवरऑल लुक की बात करें तो अपने साड़ी लुक को कम्पलीट करने के लिए उन्होंने पारंपरिक आभूषणों को चुना, जिसमें एक स्टेटमेंट नेकलेस, मांग टीका, झुमका और स्टैक्ड चूड़ियां शामिल थीं। हालांकि, जब हमने उनकी इस ड्रेस के बारे में ज्यादा जानना चाहा तो हमें पता चला कि यह कोई पैंट साड़ी नहीं बल्कि 150 साल पुरानी चौगोशिया साड़ी है जिसमें एक नहीं बल्कि चार अटायर शामिल हैं। तंग ब्लाउज के साथ एक कशीदाकारी चोली, ढीली अंगरखा कुर्ती या शर्ट, टाइट पायजामा या पैंट और साथ में पांच मीटर दुपट्टा। चौगोशिया साड़ी हैदराबाद का एक पारंपरिक परिधान है, वहां की महिलाएं आज भी इस तरह की साड़ी को निकाह या शादी समारोह में पहनना पसंद करती हैं। ट्रिब्यून इंडिया की एक रिपोर्ट में लिखा गया है, ‘खड़ा दुपट्टा 17वीं शताब्दी में तुर्की और फारसी कारीगरों द्वारा पहली बार प्रचलन में लाया गया। जब मुगल महारानी नूरजहां चाहती थीं कि वे मुगल परिवारों की महिलाओं के लिए एक नायाब अवतार तैयार करें।’ चौगोशिया साड़ी में हैदराबादी खड़ा दुपट्टा, मुगल दुपट्टा के अनुकूल ही है। विशेष इतिहासकार राणा सफ़वी लिखते हैं कि यह पोशाक धीरे-धीरे हैदराबादी लड़कियों और दुल्हन की सबसे पसंदीदा ड्रेस में एक बन गई, जिसे वे किसी भी दुपट्टे के साथ पहनती थीं। लेकिन इस साड़ी में दुपट्टे को पहनने का तरीका एकदम एक जुदा है।

No comments:

Post a Comment